हम सभी के भीतर यह गहरी इच्छा होती है कि हम अपने शरीर और मस्तिष्क की पूरी क्षमता का उपयोग करें। हम इसके लिए लगातार प्रयास करते हैं। जैसे-जैसे समय बीतता है और परिणाम हमारे सामने स्पष्ट नहीं होते, तो अक्सर हमें लगने लगता है कि शायद हम गलत रास्ते पर हैं।
क्या वास्तव में हम सफल नहीं हो रहे होते हैं? लेखक का मानना है कि अक्सर हम वहीं रुक जाते हैं जहाँ से हमारी असली सफलता बस कुछ कदम दूर होती है। अगर हम थोड़ी देर और टिके रहते, तो शायद हमें अपनी क्षमता का वह रूप देखने को मिलता जो हमने कभी सोचा भी नहीं था।
लेखक Jim Kwik द्वारा लिखित Limitless पुस्तक इसी सोच को चुनौती देती है। यह किताब बताती है कि हर इंसान के भीतर असीम संभावनाएँ छिपी होती हैं, जिन्हें सही मार्गदर्शन और निरंतर अभ्यास से खोला जा सकता है। यह सिर्फ एक सेल्फ-हेल्प बुक नहीं, बल्कि एक रोडमैप है, जो हमें हमारी मानसिक सीमाओं को तोड़ने और खुद को नए स्तर तक पहुँचाने के लिए प्रेरित करती है।
दिमाग की अनंत क्षमता
अनंत क्षमता का अर्थ यह नहीं है कि हम पढ़ाई में तेज़ हो जाएं, या अपनी याददाश्त बढ़ा लें, या किसी एक क्षेत्र में पूर्णता हासिल कर लें। इसका असली अर्थ है, अपनी सोचने की मानसिकता को विकसित करना।
वैज्ञानिकों के अनुसार, हम जो भी नया सीखते हैं, उसका लगभग 50% हिस्सा हम एक घंटे के भीतर भूल जाते हैं। और 24 घंटे के भीतर यह संख्या 70% तक पहुँच जाती है। इस भूलने की प्राकृतिक प्रक्रिया को कम करने के लिए, हमें अपने सीखने के सिस्टम और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता पर काम करना होगा।
Limitless पुस्तक के अनुसार, एक सामान्य व्यक्ति किसी कार्य पर 10 से 40 मिनट तक ध्यान केंद्रित कर सकता है। इस समयावधि में सीखी गई जानकारी अधिकतर समय तक याद रहती है।
तेज़ी से और प्रभावी ढंग से सीखने के लिए लेखक ने एक शक्तिशाली तरीका सुझाया है, जिसे FASTER तकनीक कहा जाता है:
- भूलना। हमें तीन चीजें भूलनी हैं। पहली, जो हम पहले से जानते हैं। दूसरी, जो जानकारी आवश्यक नहीं है। तीसरी, खुद की सीमित सोच और मानसिकता।
- सक्रिय रहना। हमारे लिए सब कुछ महत्वपूर्ण है, तो हमारे लिए कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं हो सकता। इसलिए हमें सक्रिय रूप से सीखना और अभ्यास करना है।
- अवस्था। हमें अपनी मानसिक अवस्था पर ध्यान देना है। साथ ही, सीखने की प्रक्रिया को दिलचस्प और मजेदार बना सकते है।
- सीखना। जब हम किसी और को सिखाते हैं, तो हम न सिर्फ खुद सीखते हैं, बल्कि दूसरे के सवालों से भी नए तरीके पाते हैं।
- दर्ज करना। अपने कामों को कैलेंडर में मार्क करना है, ताकि हम उसे भूल न जाएं।
- समीक्षा करना। भूलने के चक्र को कम करने का एक बेहतर उपाय यह है कि हम सक्रिय होकर समय-समय पर अपनी जानकारी को दोहरा सकते हैं।
क्षमताओं को जानना
हमारी मानसिकता, उन विश्वासों, धारणाओं और व्यवहारों से मिलकर बनती है। जो हम अपने जीवन, कार्य और इस संसार के प्रति रखते हैं। किसी भी कार्य को करने के तरीके और प्रतिक्रियाओं से हमारी मानसिकता का पता लगाया जा सकता है।
Limitless पुस्तक के अनुसार, हमारे भीतर कुछ ऐसे विश्वास होते हैं जो हमें सीखने और आगे बढ़ने से रोकते हैं। ये विश्वास हमारी सोच में इतने गहराई से समाए होते हैं कि हम इन्हें बिना किसी कारण और उपयोग के दोहराते रहते हैं।
ये इस प्रकार हैं:
- बुद्धिमत्ता एक स्थायी गुण है। सच यह है कि बुद्धिमत्ता सीखी और विकसित की जा सकती है।
- हम अपने दिमाग का केवल 10% ही इस्तेमाल करते हैं। हम अपने मस्तिष्क का उपयोग सीमाओं में नहीं करते, बल्कि आदतों में करते हैं।
- गलतियां सफलता की निशानी नहीं है। गलतियां सफलता की राह का एक हिस्सा होती हैं।
- ज्ञान ही शक्ति है। उपयोग किया गया ज्ञान ही असली शक्ति होता है।
- नई चीजें सीखना कठिन होता है। सही तकनीक और मानसिकता से सीखना आसान हो सकता है।
- दूसरों की नकारात्मक भावनाएँ मायने रखती हैं। हमें अपने आत्म-मूल्य का निर्धारण खुद करना है।
- महानता केवल कुछ लोगों के जीन्स में होती है। महानता मेहनत, सोच और अनुशासन से बनती है।
याद रखें, सुपर हीरो बनने के लिए किसी अलौकिक शक्ति की ज़रूरत नहीं होती, बस हमें अपनी सोच की सीमाओं को पहचानना और उन्हें तोड़ना होता है।
लिमिटलेस मोटिवेशन
मोटिवेशन का अर्थ केवल उत्साहित महसूस करना नहीं है। इसका असली मतलब है कि खुद के भीतर से किसी कार्य को करने की ऊर्जा जगाना।
बुक के अनुसार, दूसरों से मिली प्रेरणा हमें थोड़े समय के लिए उत्साहित कर सकती है। सच्ची और स्थायी प्रेरणा तब आती है जब हम खुद अपने उद्देश्य को पहचानते हैं।
मोटिवेशन हम चार चीजों पर कार्य करके बनाए रख सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
जीवन का उद्देश्य। हम हर दिन किस इरादे से उठते हैं? हम जो काम करते हैं, वह हमें क्यों महत्वपूर्ण लगता है? इन सवालों के जवाब ही हमारे जीवन के उद्देश्य को परिभाषित करते हैं।
ऊर्जा का मैनेजमेंट मोटिवेशन का एक हिस्सा ऊर्जा भी है। अगर ऊर्जा को सही दिशा में नहीं लगाया जाए, तो यह उलझन और थकावट का कारण भी बन सकती है।
छोटे-छोटे कदम बड़े कार्यों को टालने के बजाय उन्हें छोटे हिस्सों में बांटकर शुरू करना ज्यादा कारगर हो सकता है।
प्रवाह बनाए रखना। जब तक हम किसी कार्य को अपनी दूसरी प्रकृति नहीं बना लेते, तब तक कार्य में लगातार बने रहना मुश्किल हो सकता है।
मोटिवेशन एक बार की चिंगारी नहीं, बल्कि अंदर से जलता हुआ एक दीया है। अगर हम अपने उद्देश्य को जानते हैं, ऊर्जा को साधते हैं, और छोटे-छोटे कदमों से कार्य करते हैं तो हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
लिमिटलेस सीखने की प्रक्रिया
किसी कार्य को इस तरह करना कि वह तेज़ी और आसानी से पूरा हो जाए, उसी को हम प्रक्रिया कहते हैं।
हर कार्य की एक से अधिक प्रक्रिया हो सकती है। जब हम इस पर ध्यान देते हैं कि हम कैसे बेहतर सीख सकते हैं, तो यह प्रक्रिया बन जाती है मेटा लर्निंग की। या दूसरे शब्दों में कहे तो सीखने को सीखना।
बुक के अनुसार, सीखने की प्रक्रिया में पांच चीजों पर ध्यान देना है जो इस प्रकार है;
ध्यान केंद्रित करना। ध्यान को लिमिटलेस बनाने के लिए, हमें एक कार्य से दूसरे कार्य पर बार-बार जाना बंद करना होगा और एक कार्य में लंबे समय तक बने रहना सीखना होगा।
लगातार सीखते रहना। सफल होने और न होने वाले लोगों में एक बड़ा अंतर यह हो सकता है कि सफल लोग कभी सीखना नहीं छोड़ते। वे खुद को हमेशा अपडेट करते हैं चाहे वह किताबें से हों, कोर्स से, या अनुभव से।
याद रखने की क्षमता बढ़ाना। सीखना तभी असरदार होता है जब हम उसे लंबे समय तक याद रख सकें। अगर हम सीखते हैं, और भूल जाते हैं, तो यह एक रीसेट बटन जैसा हो सकता है।
बुक के अनुसार, याद रखने के कुछ सरल उपाय इस प्रकार है;
- Visualization आंखें बंद करके सीखी गई चीज को कल्पना में दोहराना।
- Association नई जानकारी को किसी पुरानी जानकारी से जोड़ना।
- Emotion उस सीख को किसी भावना से जोड़ना, जैसे खुशी, उत्साह, डर आदि।
- Location Linking जानकारी को किसी विशिष्ट स्थान से जोड़कर याद करना।
तेज से पढ़ने की कला। तेज़ पढ़ना यानी जानकारी को कम समय में ज़्यादा प्रभावी ढंग से पढ़ना और समझना। आज के डिजिटल युग में, जानकारी की मात्रा बहुत अधिक है। ऐसे में स्पीड रीडिंग हमें एक कॉम्पिटिटिव बढ़त दे सकती है।
बुक के अनुसार, तेज पढ़ने की कला विकसित करने के उपाय, इस प्रकार है;
- एक बार में शब्दों के समूह को पढ़ने की आदत डाल सकते है।
- बिना आवाज़ के पढ़ने (Subvocalization को कम करने) की कोशिश कर सकते है।
- फोकस बढ़ाने के लिए पेन या उंगली से स्कैनिंग करना बेहतर हो सकता है।
- पहले से तय करना कि हम पढ़कर क्या निकालना की कोशिश कर रहे है।
सोचने की शक्ति। तेज़ और गहराई से सोच पाना, किसी भी सीखने वाले की सबसे बड़ी ताकत होती है। अच्छा सोचने का मतलब है; सवाल करना, तुलना करना, विश्लेषण करना और नए आइडिया उत्पन्न करना है।
सीखना कोई एक बार की घटना नहीं है, यह एक जीवनशैली है। जब हम मेटा लर्निंग को अपनाते हैं, तब हम नए कौशल नहीं सीखते, बल्कि अपने सोचने और समझने के तरीके को भी एक नई दिशा देते हैं।
बुक कोट्स
लोगों को सीखने का तरीका सीखना, एक आजीवन प्रक्रिया है।
जीतने का एकमात्र तरीका यह है कि हम दूसरों से अधिक तेजी से सीखें।
हमारा समय हमारी सबसे बड़ी सम्पत्ति है। यह एक ऐसी चीज़ है जिसे हम वापस नहीं पा सकते।
शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य व्यक्ति को निरन्तर प्रश्न पूछने की स्थिति में रखना है।
जीवन में कोई सीमा नहीं है सिवाय उन सीमाओं के जो हम स्वयं बनाते हैं।
जब हम अपने शरीर को बेहतर ईंधन देते हैं, तो हमारे पास अधिक ऊर्जा होती है, हम अधिक मजबूत होते हैं, और हम अधिक तेजी से सोचते हैं।
आदतों के चक्र के बिना हमारा मस्तिष्क बंद हो जाएगा, हम दैनिक जीवन की छोटी-छोटी बातों से परेशान हो सकते है।
एकाग्रता एक ऐसी चीज़ है जिसे हम सीख सकते हैं और जिसे बेहतर बनाने के लिए हम अभ्यास कर सकते हैं।
जो ज्ञात है, उसकी समझ के बिना भविष्य के बारे में रचनात्मक ढंग से सोचना असंभव है।
यदि आप स्मरण शक्ति बढ़ाने के बारे में गंभीर हैं, तो खुद को ऐसी स्थिति में पूरी तरह से उपस्थित रहने के लिए तैयार करे, जहां आप कुछ याद रखना चाहते हों।
पढ़ने से हमारे मस्तिष्क का व्यायाम होता है। मस्तिष्क एक मांसपेशी है। जितनी अधिक चुनौती मिलेगी, वह उतना ही मजबूत होता जाता है।
हम तेजी से पढ़ सकते हैं, बस हमें खुद को तेजी से पढ़ने के लिए प्रशिक्षित करना है।